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(12/01/2023)
विवेकानंद संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश
12 जनवरी को रामकृष्ण मठ निराला नगर लखनऊ से 12 बजे यात्रा रवाना होगी।
लगभग 50 युवा बाइकर्स निकालेंगे शोभा यात्रा।
लखनऊ 11 जनवरी 2023: आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वामी जी के राष्ट्रीय चेतना जागृत करने वाले विचारों को जन – जन तक ले जाने हेतु विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में एवं भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से इस यात्रा का आयोजन किया जा रहा है।
यह यात्रा स्वामी जी की जयंती १२ जनवरी से लखनऊ से रामकृष्ण मठ निराला नगर से प्रारंभ होकर नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती २३ जनवरी तक उत्तर प्रदेश के २१ जिलों( लखनऊ, बाराबंकी,अयोध्या, बस्ती,संत कबीर नगर,गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया,मऊ,गाजीपुर,वाराणसी,जौनपुर,संत रविदास नगर, प्रयागराज,कौसंबी, चित्रकुट, बांदा,फतेहपुर,कानपुर नगर, कानपुर देहात, उन्नाव) का भ्रमण करते हुए लखनऊ में लखनऊ विश्वविद्यालय के मालवीय सभागार में समापन समारोह आयोजित होगा।
इस यात्रा में युवाओं हेतु योग व्यायाम, स्वामी जी के विचारों पर आधारित बौद्धिक विमर्श, शोभा यात्रा द्वारा प्रचार प्रसार आदि कार्यक्रम संचालित किए जायेंगे।
प्रांत संचालक श्री दयानंद लाल ने बताया कि आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर स्वामी विवेकानंद के नर सेवा ही नारायण सेवा है तथा मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनर्निर्माण के लक्ष्य को जन जन तक पहुंचाने के लिए विवेकानंद संदेश यात्रा स्वामी जी के जन्म दिन के पावन अवसर पर प्रारंभ की जा रही है। यात्रा का मूल उद्देश्य युवाओं के उत्साह ऊर्जा एवं निष्ठा को राष्ट्र पुनर्निर्माण की दिशा में प्रेरित करना है। विवेकानंद केंद्र की कार्य पद्धति से जुड़कर अपने व्यक्तित्व के सर्वांगीण विकास के साथ साथ समाज एवं राष्ट्रीय पुनर्निर्माण मे अपना अमूल्य योगदान दे सकते है।
यात्रा संयोजक भानुप्रताप सिंह ने बताया कि यात्रा को तीन जोन में व्यवस्था की दृष्टि से बाटा गया है। प्रथम जोन लखनऊ से कुशीनगर, द्वितीय जोन कुशीनगर से प्रयागराज, तीसरा जोन प्रयागराज से लखनऊ है। यात्रा टोली में मध्यप्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के लगभग पंद्रह लोग रहेंगे । इस यात्रा मे शोभायात्रा, विमर्श एवं योग रहा स्वागत की गतिविधियों को संचालित करेंगे। इस हेतु प्रत्येक जिले में स्वागत समिति, शोभायात्रा समिति, योग समिति, व्यवस्था समिति का गठन किया गया है। जो जिले स्तर की सभी गतिविधियों के संचालन के दायित्व का निर्वहन करेंगे।
सह नगर प्रमुख शोभिता टंडन ने बताया कि युवा क्षमता के नेतृत्व गुण को निखार कर राष्ट्र निर्माण में सहायक बनाना स्वामी जी के सन्देश को समर्थन देना है।
यात्रा समिति के सह प्रमुख प्रमिल द्विवेदी ने बताया कि जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा प्रदेश है। विवेकानंद संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश के माध्यम से हम लोग बारह दिन मे 7 मंडल और 21 इक्कीस जिले को आच्छादित करते हुए लगभग दस करोड़ 10 करोड़ लोगो तक स्वामी विवेकानंद का संदेश मनुष्य निर्माण से राष्ट्र पुनर्निर्माण के जीवंत संदेश को पहुंचना यात्रा का प्रमुख उद्देश्य है। विभिन्न संचार माध्यमों द्वारा इस संकल्प की सिद्धि का प्रयास किया जा रहा है। जिसके तहत यात्रा की दैनिक प्रगति संबंधी सूचनाएं हेतु एक समर्पित वेबसाइट www.up.vkendra.org पर देखा जा सकता है। उन्होने आगे कहा कि
इससे पूर्व विवेकानंद केन्द्र राजस्थान प्रांत में १९ नवंबर को खेतड़ी भारत के माननीय उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ और विवेकानंद केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष माननीय बाला कृष्णनन जी ने शुभारंभ किया था और समापन जोधपुर में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत और विवेकानंद केंद्र की उपाध्यक्ष सुश्री निवेदिता भिड़े ने किया था। यह यात्रा राजस्थान के ३३ जिलों से होकर गुजरी थी तथा पूर्णता में भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने बधाई और शुभकामना संदेश दिया।
अन्य जानकारी हेतु कृपया संपर्क करें :
प्रमिल द्विवेदी, सह प्रमुख, विवेकानन्द संदेश यात्रा समिति उत्तर प्रदेश
9839172462
( 14/01/2023)
विवेकानन्द संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश 12 जनवरी को लखनऊ से प्रारंभ होकर 23 जनवरी को लखनऊ में समापन होगा, यह यात्रा प्रदेश के 7 मंडलों,21 जिलों से होकर गुजरेगी और स्वामी विवेकानंद जी का मनुष्य निर्माण से राष्ट्र निर्माण जैसे अनेक संदेशों को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प पूरा करने प्रयत्न करेगी।
विवेकानन्द सन्देश यात्रा उत्तर प्रदेश का दूसरा पड़ाव अयोध्या में।
अयोध्या 13 जनवरी 2023:
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी, उत्तर प्रदेश प्रांत द्वारा अयोजित विवेकानन्द संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश के अन्तर्गत जनपद अयोध्या के डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के सन्त कबीर सभागार में एक विमर्श का आयोजन किया गया इस गोष्ठी का विषय था “आधुनिक भारत और स्वामी विवेकानन्द”। गोष्ठी के
मुख्य वक्ता विवेकानंद संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश के मुख्य संयोजन श्री भानु प्रताप सिंह जी और कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो एल के सिंह जी ने की । कार्यक्रम का शुभारंभ अवध विश्वविद्यालय के गीत के साथ हुआ।
श्री भानु प्रताप सिंह जी जी, संयोजक स्वामी विवेकानंद संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश ने अपने उद्बोधन में कहा कि जिनका जीवन हमारे लिए आदर्श होता है उनमें से स्वामी विवेकानंद जी एक हैं , विवेकानंद केन्द्र ने अपने 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं इसी उपलक्ष में विवेकानंद संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश का आयोजन किया गया है ऐसी यात्राएं देश के अन्य राज्यों में भी निकाली जा रही हैं, हमारा गौरवशाली अतीत का आधार अध्यात्म था, नर से नारायण सेवा का सन्देश दिया था स्वामी जी ने। गीता के बारहवें अध्याय के अंतिम श्लोक का संदर्भ देते हुए बताया कि जो निःस्वार्थ भाव से सेवा करता है वह अध्यात्मिक पथ पर अग्रसर है, सनातन संस्कृति की अवनति पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि हमें सतर्क रहना होगा और इसमें स्वामी जी के संदेशों और संकल्पों को आत्मसात करके इस सनातन संस्कृति के क्षरण रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि युवा यदि अपने हर क्षेत्र मे निराश हो चुके हों तो श्रीमद्भगवद्गीता को पढ़ें, स्वामी जी के साहित्य का सहारा लेकर आप हर क्षेत्र में बिजयी हो सकते हैं।
हम संकल्प लें कि सन 2047 में देश को विश्व गुरु बनाना है।
विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी के राष्ट्रीय महासचिव श्री भानु दास जी ने कहा कि विश्वविद्यालय का अपना गीत मैने पहली बार सुना अच्छा लगा। अपनी संस्कृति का लक्ष्य एक आदर्श समाज बनाना है दुनिया की अन्य संस्कृतियां नष्ट हो रहीं हैं, यह दस हजार पुरानी संस्कृति अभी भी तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद जीवंत है,वसुधैव कुटुंबकम् तत्व बहुत प्रासंगिक है, श्रेय के मार्ग को अपनाना होगा। श्रीमद्भगवद्गीता के अध्याय 18 के 78वें श्लोक का संदर्भ देते हुए अनुसरण करने की सलाह दी, कर्मयोग की राह पर चलने की सलाह दी, आध्यात्मिकता की ताक़त से विश्व पर विजय प्राप्त कर विश्व के कल्याण की दिशा में आगे बढ़ने की आवश्कता है । चार पुरुषार्थ धर्म, अर्थ, काम, और मोक्ष मनुष्य जीवन के लक्ष्य हैं ,। चार वर्णों की व्यवस्था , चार आश्रमों की अवधारणा , चार साधना पद्धति के द्वारा इन 16 स्तम्भों द्वारा एक श्रेष्ठ उपकरण भारत माता का बनूं ऐसा भाव हम सबमें पनपे और सेवा में तत्पर रहते हुए श्रेष्ठ अमृत परिवार बनाने का संकल्प लेते हुए आने वाली पीढ़ी सुखी, सम्पन्न, संस्कारित समाज का निर्माण करें ।
भाषा, भूषा और भजन जीवन के अति महत्वपूर्ण तत्व हैं हमें आधुनिक भारत के श्रेष्ठ बनाने का सशक्त विचार और प्रयत्न करना होगा।
अध्यक्षीय उद्बोधन प्रो एल के सिंह जी ने किया और कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि आज वक्ताओं के रूप में हमारे बीच दो दो सूर्य हैं और इसे संयोग ही कहेंगे कि यह कार्यक्रम भी सूर्य वंशी भगवान राम की धरती पर आयोजित हो रहा है। कोशिश यह होनी चाहिए कि जो भी श्रोताओं ने बातें उद्बोधन के दौरान सुनी उनको अपने आचरण में उतारने का प्रयत्न करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय की प्रो नीलम पाठक जी ने किया। विवेकानन्द संदेश यात्रा के जोन प्रभारी श्रवण तिवारी जी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
शोभा यात्रा: 130123
राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय से नाका, हनुमानगढ़ी, मकबरा , फतेहगढ़, देवकाली, साकेत निलयम
रात्रि विश्राम साकेत निलयम अयोध्या।
कल 14 जनवरी को अयोध्या में योग व्यायाम और खिचड़ी भोज का आयोजन किया जाएगा।
अन्य जानकारी हेतु कृपया संपर्क करें
प्रमिल द्विवेदी,
सह प्रमुख विवेकानन्द संदेश यात्रा उत्तर प्रदेश
मो 9839172462